श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर रंग पंचमी उत्सव के चलते शिव भक्त डमरू बाजे भोले नाचे भजन पर मस्ती से झूमे

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
19 मार्च को अनुष्ठान के साथ होगा रंग पंचमी उत्सव का समापन।
कुरुक्षेत्र, 16 मार्च : मारकंडा नदी के तट पर श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में रंग पंचमी उत्सव के चलते अभी भी शिव भक्तों द्वारा भजनों के साथ रंग गुलाल उड़ाया जा रहा है। शिव भक्त डमरू बाजे भोले नाचे तथा होली खेलें भोलेनाथ भजनों पर खूब मस्ती में झूम रहे हैं। रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचे। भगवान शिव के परम भक्त ऋषि मारकंडेय का विधिवत अनुष्ठान एवं शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने के उपरांत श्रद्धालुओं ने अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी, स्वामी पृथ्वी पुरी, स्वामी संतोषानंद, स्वामी सीता राम व अन्य संत महापुरुषों के साथ जम कर होली खेली। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जा रहा है रंग पंचमी का 19 मार्च विधिवत समापन होगा। उन्होंने बताया कि रंग पंचमी को कृष्ण पंचमी, श्रीपंचमी व देव पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। रंग पंचमी पर देवी-देवता आसमान से फूलों की वर्षा करते हैं और रंग पंचमी के दौरान पारंपरिक तौर पर अबीर-गुलाल उड़ाया जाता है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि भगवान शिव माता पार्वती एवं लक्ष्मी-नारायण की पूजा करने का भी विशेष महत्व होता है। इस उत्सव में ढोल नगाड़े और संगीत की मस्ती होती है। इस अवसर पर पिहोवा से भजन मंडली के इलावा कमलकांत, रघुबीर सिंह, रविंदर सैनी, दलबीर सिंह, प. पवन शर्मा, विक्रम शर्मा, देवराज, बिल्लू पुजारी, भाना राम, मलकीत सिंह व विजय इत्यादि भी मौजूद रहे।
मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ महंत जगन्नाथ पुरी।