शिविर में युवाओं को बनाया जा रहा है संस्कावान्

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
गुरुकुल में आर्यवीर दल के शिविर में पहुंचे 500 से अधिक युवा।
कुरुक्षेत्र, 10 जून : गुरुकुल कुरुक्षेत्र में राज्यपाल आचार्य देवव्रत की प्रेरणा से लगाये गये आर्यवीर दल योग एवं जीवन निर्माण शिविर में युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण के साथ-साथ भारतीय संस्कारों का भी ज्ञान दिया जा रहा है। शिविर संयोजक महाशय जयपाल आर्य ने बताया कि गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग की अध्यक्षता में चल रहे इस शिविर में कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत आदि जिलों के विभिन्न गांवों से 500 से अधिक युवा शामिल हुए हैं जिन्हें प्रशिक्षण प्रमुख संजीव आर्य के मार्गदर्शन में वरिष्ठ व्यायाम शिक्षक संदीप वैदिक, आचार्य राजकुमार, महावीर आर्य, आर्यमित्र के साथ कई सहयोगी शिक्षक योग, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, चन्द्र नमस्कार, डम्बल, लेजियम, जूड़ो-कराटे और लाठी चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
आज विशेष सत्र में गुरुकुल के प्राचार्य सूबे प्रताप ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए जीवन में अनुशासन और आत्मविश्वास को कैसे बेहतर बनाएं, इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास वह कुंजी है जिसके बल पर आप जीवन में बड़ी से बड़ी सफलता हासिल कर सकते हो और आत्मविश्वास आपके जीवन में अनुशासन और परिश्रम से आएगा। उन्होंने कहा कि स्वयं को कभी भी किसी से कमजोर या दीन-हीन नहीं समझना चाहिए बल्कि हमेशा सकारात्मक सोच के साथ सच्ची लगन और परिश्रम से जीवन में आगे बढ़ना चाहिए, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे।
ज्ञात रहे, 8 से 12 जून तक चलने वाले इस शिविर में युवाओं के शारीरिक, बौद्धिक और आत्मिक विकास को निखारने के लिए विभिन्न प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। प्रातःकाल एवं सायंकाल जहां युवाओं को कुशल प्रशिक्षकों द्वारा शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, वहीं बौद्धिक सत्र में विद्वानों द्वारा भारतीय संस्कृति, आर्य सिद्धान्तों की रोचक जानकारी से उन्हें रूबरू कराया जा रहा है। इसके अलावा भजनोपदेशक रामनिवास आर्य, जसविन्द्र आर्य द्वारा प्रेरणादायी भजनों के द्वारा युवाओं को देश अमर शहीदों व वीरों के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शिविर को लेकर युवाओं में काफी उत्साह है और सभी युवा शिविर की सम्पूर्ण गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।