दीपक शर्मा (संवाद दाता)
बरेली: राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत बरेली के विकास क्षेत्र क्यारा के स्कूली बच्चों को एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए बरेली के इज्जत नगर क्षेत्र स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान और परसा खेड़ा औद्योगिक क्षेत्र स्थित वाडीलाल आइसक्रीम फैक्ट्री में भ्रमण के लिए ले जाया गया। छात्र-छात्राओं को इस शैक्षिक भ्रमण पर ले जाने के लिए विभाग द्वारा जारी निर्देशों के क्रम खंड शिक्षा अधिकारी क्यारा शीशपाल सिंह द्वारा एक टीम गठित की गई। टीम में एकेडमिक रिसोर्स पर्सन डॉ धर्मपाल सिंह यादव (विज्ञान) एवं उदित विक्रम सिंह (गणित) के साथ कई शिक्षक शामिल रहे। इस एक्सपोजर विजिट के लिए विभाग द्वारा निर्देशित किया गया था कि प्रत्येक विकास क्षेत्र से सौ छात्र छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण के लिए ले जाया जाएगा, विभाग के निर्देशों के क्रम में क्यारा विकास क्षेत्र की तरफ से लगभग सौ बच्चों को दो बसों के माध्यम से एक्सपोजर विजिट के लिए ले जाया गया। इस एक्सपोजर विजिट के लिए छात्र-छात्राओं को अलग से कैप और टी-शर्ट के साथ आवश्यक सामग्री जिस पर छात्र-छात्रा विजिट के दौरान आवश्यक जानकारी नोट कर सके और विजिट में दिखाई गई वैज्ञानिक तकनीकों को लेकर अपनी समझ को स्थाई बना सके उपलब्ध कराई गई थी साथ ही बच्चों के लिए नाश्ते, पेयजल एवं भोजन की भी पूरी व्यवस्था की गई थी। जानकारी के अनुसार, महानिदेशक स्कूली शिक्षा व राज्य परियोजना कार्यालय के आदेश के अनुपालन में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह के निर्देश पर प्रत्येक विकास क्षेत्र से स्कूली बच्चों को टूर कराया जा रहा है। जिसके क्रम में खण्ड शिक्षा अधिकारी क्यारा शीशपाल सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को विकास क्षेत्र के छात्र छात्राओं को एकेडमिक रिसोर्स पर्सन विज्ञान एवं गणित व संबंधित शिक्षकों के साथ बस द्वारा एक्पोजर विजिट के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ले जाया गया, छात्र-छात्राओं ने वनस्पति विज्ञान से लेकर कृषि विज्ञान तक की तमाम जानकारी भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों से प्राप्त की तथा उसे अपने नोटबुक पर नोट भी किया। छात्र-छात्राओं ने अपने मन मस्तिष्क में उत्पन्न हो रहे सवालों के जवाब भी संस्थान के विशेषज्ञों से प्राप्त किये। इसके बाद यह एक्सपोजर विजिट परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र की वाडीलाल आइसक्रीम फैक्ट्री पहुंचा। छात्र-छात्राओं ने आइसक्रीम फैक्ट्री में आधुनिक किस्म की मशीनों के बारे में फैक्ट्री प्रबंधन से जानकारी प्राप्त की और उसे भी अपनी नोटबुक पर नोट करते हुए अपनी समझ को स्थायित्व दिया। आपको बता दे कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत आयु वर्ग 6 से 18 के छात्र-छात्राओं को लक्षित किया गया है। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान (आरएए) की योजना बच्चों के लिए विज्ञान ,गणित और प्रौद्योगिकी को रोमांचक बनाने और उन्हें अंदर से स्थाई रुचि रखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दोहरे ट्रैक दृष्टिकोण में स्कूलों को पोषण और सहायता के लिए एक मंच प्रदान करता है इसके साथ ही कक्षा और कक्षा के बाहर कितना विज्ञान है इस समझ को भी विकसित करने में मदद करता है। इस अवसर पर डॉ धर्मपाल सिंह यादव ने इस एक्सपोजर विजिट को कई मायने में बहुत सफल मानते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं में इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण से आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में एक अच्छी समझ विकसित हो सकेगी। सरकार द्वारा इस तरह के शैक्षिक भ्रमण छात्र-छात्राओं के लिए समय-समय पर करते रहने से उन्हें स्कूली शिक्षा के अतिरिक्त बाहरी दुनिया में विज्ञान किस स्तर तक पहुंच चुका है इसकी समझ को भी विकसित किया जा सकता है।