Uncategorized

विकसित भारत अभियान में महिलाओं का अहम योगदान : प्रो. सोमनाथ सचदेवा

विकसित भारत अभियान में महिलाओं का अहम योगदान : प्रो. सोमनाथ सचदेवा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुवि के भारत रत्न श्री गुलजारी लाल नंदा केन्द्र में महिला सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू।

कुरुक्षेत्र, 9 जून : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि विकसित भारत अभियान में महिलाओं का अहम योगदान है। महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाकर ही विकसित राष्ट्र की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। इसी कड़ी में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, स्वावलंबी भारत अभियान एवं महिला अध्ययन केन्द्र तथा केयू पूर्व छात्र संघ के संयुक्त तत्वावधान में ब्रह्मसरोवर तट पर स्थित पर कुवि के श्रीगुलजारी लाल नंदा केन्द्र में महिलाओं के सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बतौर मुख्यातिथि उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि आज भारत विकसित राष्ट्र की तरफ़ निरंतर अग्रसर है इसमें महिलाओं का योगदान बहुत जरूरी है। देश को आर्थिक रूप से मजबूत करने, विकसित एवं आत्मर्निर भारत निर्माण के लिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महिलाएं इस सिलाई कढ़ाई के प्रशिक्षण द्वारा स्वावलंबी बनेगी तथा उनमें इस कौशल को विकसित कर इसे मार्केट के साथ जोड़ा जाएगा जिससे स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा मिल सके तथा लोकल फॉर वोकल की दिशा में यह सकारात्मक कदम साबित होगा।
इस अवसर पर केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंगल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का सपना स्वर्गीय नंदा जी का था। उन्होंने अपने जीवन में हमेशा महिला उत्थान के लिए कार्य किया जो आज समाज में प्रत्यक्ष रूप से भी देखा जा सकता है उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए केडीबी द्वारा सहयोग करने को लेकर आश्वासन भी दिया। केयू महिला अध्ययन शोध केंद्र की निदेशिका प्रोफेसर अनिता दुआ ने कहा कि संस्थान निरंतर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ के साथ मिलकर हजारों महिलाओं को यह प्रशिक्षण दे चुका है तथा इसी कड़ी में यह प्रशिक्षण छह महीने में स्वावलंबी भारत अभियान के साथ चलाया जाएगा।
नंदा अध्ययन केंद्र की निदेशिका प्रो. शुचिस्मिता ने कहा कि इसमें 60 महिला प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया है जो हर प्रतिदिन नर्गिस किरमिच निवासी ट्रेनर के माध्यम से प्रशिक्षण लेंगे।
इस अवसर पर स्वावलंबी भारत अभियान के मार्गदर्शक व परीक्षा नियंत्रक डॉ अंकेश्वर प्रकाश, विभाग पूर्णकालिक एवं प्रांत कार्यालय प्रमुख ताराचंद, केडीबी सदस्य डॉ. ऋषिपाल मथाना, अशोक रोसा, मोनिंदर मुदगिल, डॉ. विनीता ढींगरा, डॉ. जसविंदर, डॉ. वंदना दवे, सौरभ चौधरी, राजेश सिंगला, हरिकेश पपोसा, अजमेर सिंह, सूरजभान, सह युवा प्रमुख हर्ष, प्रदीप आदि मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
plz call me