ड्रिप सिंचाई से 50 प्रतिशत पानी की बचत, उत्पादन में होती है 25 प्रतिशत तक की वृद्धि

ड्रिप सिंचाई से 50 प्रतिशत पानी की बचत, उत्पादन में होती है 25 प्रतिशत तक की वृद्धि
बदायूँ: 29 जून। कृष्ण हरी शर्मा जिला संवाददाता बीबी न्यूज़ बदायूं । जिला गन्ना अधिकारी अशर्फी लाल ने बताया कि लघु व सीमान्त किजानों एवं अन्य कृषकों के हित के दृष्टिगत प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना पर ड्राप मोर क्राप (माइक्रोइरिगेशन) को गन्ना खेती में लागू कर उत्पादकता में वृद्धि के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे गन्ना उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ जल संरक्षण व पानी की बचत के क्षेत्र में दीर्घकालिक लाभ किसानों को मिल सके। शासन स्तर से गन्ना आयुक्त उ0प्र0 द्वारा इस सम्बंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा कृषि क्षेत्र में पानी के दोहन में कमी लाकर जल संरक्षण, गन्ना खेती के लागत में कमी लाने और किसानों की आमदनी में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए ड्रिप सिंचाई किसानों के लिए अत्यन्त उपयोगी है। इस संबंध में सभी गन्ना उत्पादक जिलों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। वर्ष 2025-26 के लिए प्रदेश स्तर पर 25000 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिससे लगभग 20-25 हजार गन्ना किसान लाभान्वित होंगे।
उन्होंने बताया कि गन्ने की खेती में ड्रिप इरीगेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रतिदिन जल स्तर में हो रही कमी में सुधार हेतु भू-जल संचयन, सिंचाई जल के उपयोग में कमी उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के दृष्टिगतपारम्परिक सिंचाई विधियों की तुलना में ड्रिप सिंचाई प्रणाली बहुत प्रभावी तकनीक है। इससे पानी सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचता है और फलस्वरूप कम पानी में ही पौधों की जरूरत पूरी हो जाती है। जिससे खेती में 50 प्रतिशत तकपानी की बचत होती है और गन्ना उत्पादन में वृद्धि के साथ साथ जल व ऊर्जा की बचत होती है तथा खेत में खरपतवार में कमी आती है।
उन्होंने बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा वर्ष 2025-26 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ड्राप मोर क्राप (माइक्रोइरिगेशन) योजना के अन्तर्गत आर्थिक रूप से पिछड़े लघु एवं सीमान्त कृषकों हेतु 90 प्रतिशत अनुदान दर पर 5000 हेक्टेयर एवं अन्य श्रेणी के कृषकों हेतु 80 प्रतिशत अनुदान दर पर 20000 हेक्टेयर अर्थात गन्ना से आच्छादित जिलों हेतु कुल 25000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की फसल हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
—बीबी न्यूज़ बदायूं—