जिला प्रशासन बाँट रहा सड़ा-गला व कीड़े वाला खाद्यान्न, गरीब जनता में आक्रोश

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : सरकार द्वारा गरीब जनता को सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से वितरित किए जा रहे खाद्यान्न में गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं। तथा पूर्व में सस्ते गल्ले की दुकान से चावल एवं गेहूं के सैम्पल प्रयोग शाला में (अनसेफ) खाने योग्य नहीं आये हैं। तथा पूरे जिले में राशन के रूप में सड़ा-गला, कीड़े लगा हुआ एवं गिट्टी-मिट्टी से भरा खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है।
इस घोटाले से त्रस्त गरीब जनता ने 30 मई को जिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र सौंपा था, जिसमें गुणवत्ता की जाँच की माँग की गई। शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने जिले के सभी उपजिलाधिकारियों (SDM) को निर्देश जारी किए, कि वे अपनी-अपनी तहसील क्षेत्र में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था की जाँच करें । तथा प्रत्येक तहसील से चार चार लीगल सैम्पल रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जनता की शिकायतें है कि चावल में कीड़े और सड़ांध की गंध, गेहूं में गिट्टी और मिट्टी पूरी तरह अनुपयोगी है। तथा उचित मूल्य की दुकानों पर बिना जाँच ही खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है।
जिलाधिकारी द्वारा जांच के आदेश तो दिए गए हैं, लेकिन अब तक जमीन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिखी है।
जनता की मांग है कि दोषियों पर एफआईआर दर्ज हो, और भविष्य में गुणवत्ता नियंत्रित खाद्यान्न ही वितरित किया जाए।




