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हरियाणा पवेलियन हरियाणा की संस्कृति, परंपरा और प्रगतिशील सोच का उत्कृष्ट संगमः नायब सिंह सैनी

‘हरियाणा पवेलियन’ बना आकर्षण का केंद्र, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की भूरि-भूरि प्रशंसा।
हरियाणा पवेलियन में पहुंचने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने किया स्वागत।

कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 27 नवंबर : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में स्थापित ‘हरियाणा पवेलियन’ इन दिनों लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। अपनी भव्य सजावट, सांस्कृतिक विविधता और आधुनिक उपलब्धियों की अनूठी प्रस्तुति के कारण यह पवेलियन पूरे परिसर में सबसे अधिक चर्चा में है।
मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के आगमन ने हरियाणा पवेलियन की गरिमा को और बढ़ा दिया। उनके पंहुचने पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री को हरियाणा की मान-सम्मान का प्रतीक पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा पवेलियन का अवलोकन करते हुए इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह पवेलियन हरियाणा की संस्कृति, परंपरा और प्रगतिशील सोच का उत्कृष्ट संगम है। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस पवेलियन ने वास्तव में हरियाणा की आत्मा को जीवंत रूप से प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विशेष रूप से ग्रामीण जीवन को दर्शाते जीवंत मॉडलों, लोककला की पारंपरिक झलक, हरियाणा के इतिहास, किसानों की उपलब्धियों, हरियाणवी शिल्प, स्वदेशी उत्पाद, खान-पान, स्टार्टअप स्टाल, धरोहर, सरस्वती नदी अनुसंधान केन्द्र, आधुनिक तकनीकी प्रगति को दर्शाते प्रदर्शनों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह पवेलियन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और हरियाणा की पहचान को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा पवेलियन की एक विशेषता यह भी है कि यहां आगंतुकों को प्रदेश की संस्कृति से सीधे जुड़ने का अनुभव मिलता है। लोकनृत्य, पारंपरिक संगीत, हस्तशिल्प, मिट्टी के बर्तन, हरियाणवी वेशभूषा, किसानों की दिनचर्या, सांस्कृतिक धरोहर से संबंधित विभिन्न प्रदर्शनी इसे एक जीवंत सांस्कृतिक संग्रहालय का स्वरूप प्रदान करती हैं। आधुनिक हरियाणा को दर्शाने वाले डिस्प्ले, स्टार्टअप्स की उपलब्धियाँ और विकास कार्यों की झलक इस पवेलियन को और भी समृद्ध बनाती हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा पवेलियन न केवल हमारी सांस्कृतिक जड़ों को जोड़ता है, बल्कि यह दर्शाता है कि किस तरह परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संतुलन हमारे राज्य को आगे बढ़ा रहा है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने अपने श्रेष्ठ आयोजन कौशल और दूरदृष्टि का परिचय देते हुए इस पवेलियन को विशेष पहचान दिलाई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि वे ऐसी पहल का पूरा समर्थन करते हैं और भविष्य में भी हरियाणा की संस्कृति और युवाओं की प्रतिभा को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह पवेलियन हरियाणा की आत्मा, गौरव और सांस्कृतिक वैभव को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का एक प्रयास है।
इस अवसर पर भाजपा नेता जय भगवान शर्मा डीडी, भाजपा जिलाध्यक्ष तेजेन्द्र सिंह गोल्डी, पशुधन बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर तुषार सैनी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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