गंगा सरस्वती शिशु मंदिर में समारोहपूर्वक मनायी गयी विवेकानंद जयंती
फारबिसगंज (अररिया)
गंगा सरस्वती शिशु मंदिर फारबिसगंज में बुधवार को विवेकानंद जी की 159 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। वंदना सभा में विद्यालय के प्रधानाचार्य अवधेश प्रसाद श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अवधेश प्रसाद श्रीवास्तव ने आचार्यों को संबोधित करते हुए कहा स्वामी विवेकानंद ने मात्र 39 वर्ष की उम्र में देश के कोने-कोने में पैदल यात्रा कर हिंदुत्व का अलख जगाने निकल पड़े थे। उनके द्वारा अमेरिका के शिकागो में दिया गया भाषण आज भी राष्ट्रवादियों के लिए प्रेरणादायक भाषण बना हुआ है।भारतवासियों में फैले हीनता भाव को समाप्त करने स्वामी जी अमेरिका गए। विश्व धर्म सम्मेलन में 11 सितंबर, 1893 को उस युवा सन्यासी का व्याख्यान, जिसका प्रारंभ करतल ध्वनि के बीच ‘अमेरिकावासी भाइयों और बहनों’ के संबोधन से हुआ, वह सनातन धर्म की विश्व में विजय पताका फहराने वाला सिद्ध हुआ। विद्यालय के आचार्य श्रीप्रसाद राय ने कहा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं। विवेकानंद जी ने कहा था लक्ष्य यदि निर्धारित हो तो सफलता शत प्रतिशत मिलती है। आज युवा पीढ़ी विवेकानंद जी को आदर्श मानकर उनके बताए गए उपदेशों को आत्मसात करते हैं।
विद्यालय के आचार्य यशोधर झा ने कहा विवेकानंद के विचार सर्वभौमिक तथा सर्वकालिक सत्य है। विवेकानंद के कथनानुसार “हमें ऐसी शिक्षा की आवश्यकता है जिससे चरित्र का निर्माण हो, मानसिक बल में वृद्धि हो, बुद्धि का विकास हो और व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा हो सके। मंच संचालन विद्यालय की आचार्या नमिता वर्मा ने की। शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु भगिनी उपस्थित रहे।