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दिव्या ज्योति जागृती संस्थान द्वारा साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का किया गया आयोजन

दिव्या ज्योति जागृती संस्थान द्वारा साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का किया गया आयोजन

(पंजाब) फिरोजपुर 09 जून [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान फिरोजपुर ने साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या साध्वी करमाली भारती जी ने संगत को संबोधित किया और बताया कि किस प्रकार एक घड़ा हमें ठंडा पानी देता है। लेकिन इसके लिए पहले घड़ा अपने अंदर पानी रखता है। तभी वह हमें ठंडा पानी दे सकेगा। यदि हम देखें कि एक घड़ा कैसे बनाया जाता है, तो हम देखेंगे कि घड़ा होने से पहले उसे कितने कष्टदायक चरणों से गुजरना पड़ता है। पहले मिट्टी को कुम्हार के मार सहनी पड़ती हैं, फिर उसे चक्के पर घुमाकर आग में तपाया जाता है। इतनी कठिनाई से गुजरने के बाद, वह हमें ठंडा पानी प्रदान करता है। मनुष्य भी ऐसा ही होता है; जितना अधिक वह सहन करेगा, उतना ही अधिक फलेगा-फूलेगा। परिश्रम की अग्नि में स्वयं को तपाकर ही मनुष्य पवित्र बन सकता है। आज जो भी व्यक्ति किसी खास मुकाम पर पहुंचा है, उसके पीछे की कहानी कड़ी मेहनत से जुड़ी है। आज का मनुष्य सहनशीलता भूलता जा रहा है और बिना मेहनत किए जल्दी सफलता प्राप्त करना चाहता है, लेकिन सफलता का दूसरा पहलू है कड़ी मेहनत।
साध्वी जी ने आगे बताया कि धर्म हमें सहनशील बनना सिखाता है। धर्म हमें विवेक देता है. लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि हम उस धर्म को जान लें जो अनादि काल से चला आ रहा है, जैसा कि हमारे धार्मिक शास्त्र प्रमाणित करते हैं। धर्म को जानने के लिए पूर्ण संत की शरण में जाना होगा, जो हमें सही मार्ग दिखाकर धर्म से जोड़ते हैं। अंत में गुरु भाई परम जी ने शबद कीर्तन गाया।

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