आयुष्मान भारत योजना के प्रचार-प्रसार व जनसहभागिता बढ़ाने पर जोर

मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में शत-प्रतिशत प्रदर्शन के निर्देश
आयुष्मान भारत योजना के प्रचार-प्रसार व जनसहभागिता बढ़ाने पर जोर
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एन.आर. वर्मा ने रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेला की समीक्षा रिपोर्ट जारी करते हुए जनपद के सभी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में शत-प्रतिशत प्रदर्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आमजन को निःशुल्क, सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की एक प्रमुख जनकल्याणकारी पहल है। इसके सफल संचालन में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नही की जायेगी ।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जनपद में कुल 77 मेले आयोजित किए गए, जिनमें 94 चिकित्सक एवं 326 पैरामेडिकल कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी की। कुल 2790 मरीजों का पंजीकरण हुआ, जिनमें 1190 पुरुष, 1161 महिलाएँ एवं 439 बच्चे शामिल रहे।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मेलों में डायबिटीज, हाइपरटेंशन, गैस्ट्रो, श्वसन, त्वचा, यकृत, एनीमिया, टीबी आदि प्रमुख रोगों के 1250 से अधिक मरीजों की पहचान की गई। इसके अतिरिक्त 182 गर्भवती माताओं (ANC), 110 कुपोषित बच्चों तथा 831 सामान्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भी आवश्यक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की गईं।
डॉ. वर्मा ने सभी प्रभारियों को निर्देशित किया कि आगामी मेलों में आयुष्मान भारत योजना के पंजीकरण तथा मेला के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष रणनीति बनाते हुए जनसहभागिता को और अधिक बढ़ाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इन सेवाओं से लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि आरोग्य मेला केवल उपचार का सिर्फ माध्यम ही नहीं बल्कि जनजागरूकता एवं स्वास्थ्य सेवाओं को गाँव-गाँव तक पहुँचाने का प्रभावी मंच भी है ।
सीएमओ डाॅ वर्मा ने रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फरिहाँ एवं संजरपुर में आयोजित आरोग्य मेलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया ।




