विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर अरुणोदय धर्मशाला परिसर में पर्यावरण जागरूकता का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया

विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर अरुणोदय धर्मशाला परिसर में पर्यावरण जागरूकता का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया
राजकुमार केसरवानी
हल्द्वानी
अरुणोदय संस्था द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर अरुणोदय धर्मशाला परिसर में पर्यावरण जागरूकता का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके तहत पर्यावरण संरक्षण पर विचार गोष्ठी एवं काव्य संध्या के माध्यम से जीवन के लिए स्वच्छ पर्यावरण के महत्व को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया।
मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् डॉ बी एस कालाकोटी, मुख्य वक्ता पर्यावरण प्रेमी डॉ आशुतोष पन्त, कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो पी सी बाराकोटी,मेजर तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा डॉ पुष्पलता जोशी पुष्पांजलि ने मां सरस्वती की वंदना की।पर्यावरण विषय पर हुई गोष्ठी में बोलते हुए मुख्य वक्ता डॉ आशुतोष पन्त ने स्वच्छ पर्यावरण के लिए पेड़ों का महत्व एवं भूमिगत जल को संरक्षित करने की सरल तकनीकी से अवगत कराया। मुख्य अतिथि डॉ बी एस कालाकोटी ने पर्यावरण पर किये गये शोधों के आधार पर अनेक महत्वपूर्ण तथ्यों को उजागर करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए उपाय सुझाये कि प्लास्टिक का उपयोग ना करें, प्राइवेट गाड़ियों के बजाय सार्वजनिक बसों से यात्रा करें, पेड़ पौधे व वन्यजीवों को बचाकर ही हम स्वच्छ पर्यावरण विकसित कर सकते हैं। मेजर तिवारी ने अपने संदेश में कहा कि सभी को सौर ऊर्जा एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक प्रो पी सी बाराकोटी ने सभी से विशेष रूप से युवाओं से पर्यावरण संरक्षण के उपायों को आत्मसात करने की अपील की।
इस अवसर आयोजित काव्य संध्या में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए दिल छूने वाले संदेश दिये। कार्यक्रम के संचालक बिपिन चन्द्र पाण्डे ने वृक्षारोपण पर कटाक्ष करते हुए कहा “मेरा ये संदेशा सबको सुनाना कि कागजों में नहीं पेड़ जमीं पे लगाना”, डॉ पुष्पलता जोशी पुष्पांजलि ने सुनाया”उत्तराखंड निज देवभूमि है,इसको मुखरित करना होगा, दूर प्रदूषण करके सबको,इसको स्वर्ग बनाना होगा।”, जीवन चन्द्र जोशी विनायक ने सुनाया” वृक्ष लगेंगे हरियाली होगी, बादल निरन्तर बरसते रहेंगे।”, डॉ दीपा काण्डपाल ने कहा” सारी तपन,घुटन मिट जाये सुख दुख कहते सुनते।”, कश्यप वीरा ने सुनाया” धरती माता रो रही,सुना रही है पीर, जंगल काटे जा रहे दूषित हो रहा नीर।”
इस अवसर पर अरुणोदय न्यास के अध्यक्ष जीवन सिंह रावत, संगठन प्रभारी राजकुमार केसरवानी,तारा दत्त पाण्डे ,महामंत्री लतेश मोहन, कोषाध्यक्ष एम बी जोशी, जितेन्द्र रौतेला, नवीन चन्द्र तिवारी,नेत्र बल्लभ जोशी, मधुसूदन लोहनी, दीपक नेगी, कैलाश तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
पर्यावरण संरक्षण में अपनी रचनात्मक भूमिका निभाते हुए प्लांट जंक्शन के संचालक शिवांगी कुमुद ने सभी उपस्थित जनों को तुलसी,शमीं एवं रात की रानी के पौंधे नि:शुल्क वितरित किये।