अटल जन्म शताब्दी वर्ष के छठवें कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता में छात्रायें की गईं सम्मानित

अटल जन्म शताब्दी वर्ष के छठवें कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता में छात्रायें की गईं सम्मानित
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : साहित्यिक संस्था शब्दांगन के तत्वावधान में संस्था के सभागार बिहारी पुर खत्रियान पर अटल जन्म शताब्दी का छठवां कार्यक्रम अटल जी का ओजस्वी वक्ता, गहन चिंतक और रचनात्मक राजनीतिज्ञ के तीन रूप दर्शाते हुए चित्र बनाने वाली पायल गुप्ता, वैष्णवी वर्मा और तपस्या रस्तोगी को सम्मानित किया गया। कक्षा नौ की तीनों छात्राओं को उत्तरीय, स्मृति चिन्ह् और शब्दांगन का प्रमाणपत्र लोकतंत्र सेनानी विनोद कुमार गुप्ता, शब्दांगन के महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी और संयुक्त मंत्री ए. के. सिंह तन्हा ने प्रदान कर सम्मान किया। इस अवसर पर विजयी छात्रा पायल गुप्ता ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ” हार नहीं मानूंगा, रार नहीं मानूंगा। काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं ” सुनाकर अटल जी का भावपूर्ण स्मरण किया। विजयी छात्रा वैष्णवी वर्मा ने ” भरी दुपहरी में अंधियारा, सूरज परछाईं से हारा। अंतरतम का नेह निचोड़े, बुझी हुई बाती सुलगायें, आओ फिर से दिया जलायें ” सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। विजयी छात्रा तपस्या रस्तोगी ने अटल जी की कविता ” अरमानों को ढलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा ” सुनाकर मन मोह लिया।
सम्मान कार्यक्रम में कवि ए. के सिंह तन्हा, राम प्रकाश सिंह ओज, आर के मिश्रा, इंद्रदेव त्रिवेदी और रितेश साहनी ने भी अटल जी के सम्मान में प्रेरक कवितायें सुनाकर वातावरण अटलमय कर दिया।
समाजसेवी मदनलाल शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पत्रकार, राजनीतिज्ञ, कवि, ओजस्वी वक्ता और समाजसेवक सभी रूप में थे, इसीलिए उनकी उपलब्धियों के फलस्वरूप भारत रत्न से सम्मानित हुए। लोकतंत्र सेनानी विनोद कुमार गुप्ता ने भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति का अजातशत्रु बताया और रचनात्मक राजनीति का वाहक बताया।
कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति मदन लाल शर्मा, अलका त्रिवेदी, नीरू रस्तोगी, रंजना कक्कड़, कंचन रस्तोगी, कलावती, वंश कक्कड़, शौर्य पचौरी, प्रियंका गुप्ता, प्रीति आदि की रही।
कार्यक्रम का सफल संचालन महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी ने किया और सभी का आभार रितेश साहनी ने व्यक्त किया।