हिमालय की चोटियों पर साहस का परचम लहराएंगी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की छात्राएं

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
रोहिणी और साक्षी एडवेंचर कैंप के लिए लाहौल स्पीति रवाना, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स में होगा 10 दिवसीय कैंप।
कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने शुभकामनाएं देकर किया रवाना।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की दो छात्राएं हिमालय की बर्फीली चोटियों पर सेवा और साहस का परचम लहराएंगी। दोनों छात्राओं का चयन हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में अयोजित होने वाले राज्य स्तरीय एनएसएस एडवेंचर कैंप के लिए हुआ है। यह कैंप अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स में शुक्रवार शाम से शुरू होगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने चयनित छात्रा रोहिणी और साक्षी को उत्साहित करके विदा किया। रोहिणी डिप्लोमा इन जर्मन की छात्रा है और साक्षी बीएससी योग की विद्यार्थी है। रोहिणी विश्वविद्यालय के एनएसएस कैंप में बेस्ट एंटरटेनर और साक्षी बेस्ट वालंटियर रह चुकी हैं। अब दोनों दस दिन तक लाहौल स्पीति की बर्फीली चोटियों पर न केवल साहसिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगी, बल्कि देश और समाज की सेवा का पाठ भी सीखेंगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि रोहिणी और साक्षी का इस एडवेंचर कैंप में चयन न केवल उनके लिए व्यक्तिगत, बल्कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और पूरे पलवल के लिए गर्व का विषय है। यह दोनों छात्राएं पूरे प्रदेश से 50 सदस्यीय समूह में चयनित हुई हैं। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि बेटियों का आगे बढ़ना और शीर्ष स्थान पर पहुंचना समाज के लिए बहुत सुखद है। उन्होंने दोनों चयनित छात्राओं को बधाई दी और और शुभकामनाएं भी प्रेषित की। उन्होंने विश्वविद्यालय के एनएसएस संयोजक डॉ. नकुल को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। डॉ. नकुल ने बताया कि पूरे हरियाणा के विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों से केवल 50 विद्यार्थी इस कैंप के लिए चुने गए हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की दो छात्राओं का चयन बड़ी उपलब्धि है। रोहिणी और साक्षी ने कहा कि हम दोनों इस दस दिवसीय कैंप में चुने जाने से बहुत उत्साहित हैं। हम इसे यादगार बनाने की कोशिश करेंगे। प्रदेश भर से चयनित होकर आए वालंटियर के साथ काफी कुछ सीखने का मौका मिलेगा। वापस आकर अपने अनुभव अन्य एनएसएस वॉलंटियर के साथ साझा करेंगे।
एडवेंचर कैंप में चयनित छात्राओं का उत्साहवर्धन करते श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार।