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2047 के समृद्ध भारत का लक्ष्य 140 करोड़ भारतीयों का दृढ़ संकल्प : नायब सिंह सैनी

2047 के समृद्ध भारत का लक्ष्य 140 करोड़ भारतीयों का दृढ़ संकल्प : नायब सिंह सैनी।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

कृषि क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएंः विक्रम साहनी
हरियाणा का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदानः प्रो. सोमनाथ सचदेवा।
कुवि एवं स्वदेशी शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का दूसरा दिन सम्पन्न।

कुरुक्षेत्र, 25 अप्रैल : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 2047 के समृद्ध और महान भारत का लक्ष्य हम सभी 140 करोड़़ भारतीयों का सामूहिक दृढ़ संकल्प है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत से अभिप्राय ऐसे भारत से है जो आर्थिक, सामाजिक, और तकनीकी दृष्टिकोण से प्रगति करे तथा जहां उच्च जीवन स्तर, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार के अवसर, और सामाजिक समानता शामिल हो। भारत के यशस्वीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने हम सभी की जिम्मेवारी है। वे शुक्रवार को नई दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान केन्द्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं स्वदेशी शोध संस्थान, नई दिल्ली, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार, इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च, नई दिल्ली, यूनिवर्सिटी ऑफ अगदर, नार्वे, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक तथा आर्गेनाइजर मैगेजीन, मीडिया पार्टनर के संयुक्त तत्वावधान में “विजन 2047ः समृद्ध और महान भारत” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन ‘रोजगार के लिए जनसांख्यिकी और रणनीतियों का उपयोग करना’ विषय पर आयोजित प्लेनरी सेशन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जनसंख्या का सही उपयोग करने के लिए शिक्षा, उद्यमिता, नवाचार और युवा जनसंख्या स्थायित्व कारगर उपकरण है। युवा शक्ति विकसित भारत का मुख्य स्तंभ है। हरियाणा में इसी मंत्र को लेकर काम किया जा रहा है। हरियाणा में 65 प्रतिशत की आबादी 35 वर्ष से कम युवाओं की है। हरियाणा सरकार द्वारा गुणवत्तापरक शिक्षा, कौशल विकास, उद्यमिता व नवाचार को बढ़ावा दे रही है। युवाओं को कौशल युक्त कर उन्हें आत्मनिर्भर व स्वरोजगार करने का कार्य किया जा रहा है ताकि राज्य का प्रत्येक युवा हुनरमंद हो।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पलवल में पहली स्किल यूनिवर्सिटी में युवाओ का कौशल विकास किया जा रहा है तथा उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि युवा रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बने।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के इस बजट में सभी वर्गो का परामर्श लेकर स्टार्टअप, आर्थिक, तकनीकी और पर्यावरणीय, महिला सशक्तिकरण, उद्योग, नवाचार, विज्ञान, प्रौद्योगिकी सहित प्रत्येक वर्ग को जगह दी गई है। नवाचार आज की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का मूल मंत्र है। एक लाख 75 हजार युवाओं को बिना पर्ची और खर्ची के नौकरियां दी गई हैं। हरियाणा की पहचान कृषि अर्थव्यवस्था है। खेती में भी नवाचार को विकसित किया गया है। बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, खेल नीति जैसी योजनाओं से देश का विकास किया जा रहा है। युवाओं को नशे से मुक्त करने के अभियान चलाए जा रहे है ताकि विकसित भारत का स्वप्न पूरा किया जा सके।
राज्य सभा सांसद विक्रम साहनी ने कहा कि आज का युवा कृषि की तरफ नहीं जाना चाहता। कृषि क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। अपना करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवार एग्रीकल्चर के पाठ्यक्रमों का विकल्प चुन सकते हैं। स्वदेशी जागरण मंच के दीपक शर्मा ने कहा कि वर्ष 1980 में चीन की जीडीपी 307 डालर प्रति व्यक्ति थी और भारत की 580 डालर प्रति व्यक्ति थी। चीन ने इसके बाद व्यवस्थित तरीके से उन्नति की और भारत पीछे रह गया। पर 2014 के बाद देश आगे बढ़ा है। आज हमें अनोर्गनाइज्ड सेक्टर को ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में कन्वर्ट करने की आवश्यकता है तभी हम विकसित और समृद्ध भारत का निर्माण कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि अक्सर हमें तीन समस्याओं का सामना करना पड़ता है कि आदमी के पास काम नहीं है, दूसरा काम के लिए आदमी नहीं मिल रहे और तीसरा काम के लिए रखे हुए आदमी किसी काम के नहीं है। आदमी के पास काम बेरोजगारी के कारण नहीं है। रोजगार 2 प्रतिशत सरकारी क्षेत्र से आता है। 6 से 7 प्रतिशत कॉरपोरेट क्षेत्र से आता है। 62 प्रतिशत रोजगार स्वरोजगार के माध्यम से आता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए कौशल विकास, संस्कार विकसित करने की आवश्यकता है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निहित है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने सर्वप्रथम एनईपी-2020 को इसके सभी प्रावधानों साथ पूरे देश में सर्वप्रथम लागू किया है।
राजकुमार चतुर्वेदी ने कहा कि समृद्ध और महान भारत बनाना अब प्रत्येक युवाओं के जीवन का लक्ष्य बन चुका है। एमडी राजकुमार गोयल ने कहा कि सर्विस सेक्टर उद्योगों पर आधारित है यदि उद्योग ठीक चलेगा तो सर्विस सेक्टर ठीक चलेगा। मंच का संचालन प्रो. प्रदीप चौहान ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच के आर सुंदरम, स्वावलंबी भारत अभियान की अखिल भारतीय महिला सह समन्वयक अर्चना मीणा, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संगठक सतीश कुमार, तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा के सचिव राजेश गोयल, प्रो. भगवती प्रकाश, प्रो. अश्विनी महाजन, सीए हर्षित, प्रो. आरके मित्तल, डॉ. आरसी अग्रवाल, अनुराधा, मनोज, प्रो. सुशील शर्मा, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. विवेक चावला, डॉ. राजन शर्मा, डॉ. सलोनी दिवान, डॉ. जे.के. चंदेल, डॉ. महेश सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।

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