वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य हुआ मां आनन्द सरस्वती यज्ञ वालिक्य संस्कृत वेद विद्यालय (गुरुकुलम्) का शुभारंभ

वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य हुआ मां आनन्द सरस्वती यज्ञ वालिक्य संस्कृत वेद विद्यालय (गुरुकुलम्) का शुभारंभ
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, दूरभाष – 941619877
वृन्दावन : हरिवंश नगर स्थित आनंद भवन आश्रम में मां आनन्द सरस्वती सेवा संस्थान व मां आनन्द परिवार सेवा संस्थान के द्वारा मां आनन्द सरस्वती यज्ञ वालिक्य संस्कृत वेद विद्यालय (गुरुकुलम्) का शुभारंभ किया गया।वेद विद्यालय का शुभारंभ मां आनन्द सरस्वती सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत स्वामी बृजानन्द सरस्वती महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य ब्रह्मलीन मां आनन्द सरस्वती के चित्रपट के समक्ष पूजन-अर्चन करके किया।
महंत स्वामी बृजानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि हमारी सदगुरुदेव ब्रह्मलीन माता आनन्द सरस्वती महाराज संत सेवा, विप्र सेवा एवं गौसेवा की प्रतिमूर्ति थीं।उन्हीं की सद्प्रेरणा से आनंद भवन आश्रम में वेद विद्यालय का शुभारंभ हुआ है।जिसमें विप्र बटुकों को समस्त धर्म ग्रंथों का अध्ययन कराया जाएगा।
प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि ब्रह्मलीन मां आनन्द सरस्वती महाराज अत्यंत धर्म परायण व विदुषी महिला थीं।उनके द्वारा अधूरे छोड़े गए कार्यों को पूर्ण करने के लिए महंत स्वामी ब्रजानन्द सरस्वती महाराज कृत संकल्पित हैं। जिसके लिए वे अत्यन्त बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर वेद अध्यापक आचार्य प्रियांश मिश्र, आश्रम के व्यवस्थापक सौरभ शर्मा, पंडित अमित दीक्षित, स्वामी गंगानन्द महाराज (कोतवाल),कृष्णकांत द्विवेदी, संत ओंकार दास महाराज, राजेन्द्र चौधरी, डॉ. राधाकांत शर्मा आदि की उपस्थिति विशेष रही।