धरती आबा अभियान के प्रचार रथ से जनजातीय गांवों तक पहुंचेगी विभिन्न योजनाओं की रोशनी 30 जून तक विशेष शिविरों के माध्यम से होगा जनजातीय समुदायों का समावेशी विकास

कोरिया, 20 जून 2025। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान“ के तहत कोरिया जिले में 17 जून से 30 जून 2025 तक विशेष ग्राम स्तरीय विकास शिविरों की शुरुआत की गई है। इन शिविरों का उद्देश्य जिले के जनजातीय समुदायों को केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से प्रत्यक्ष रूप से जोड़कर उनका समावेशी, समग्र एवं सतत विकास सुनिश्चित करना है। अभियान के तहत जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर और सोनहत के चिन्हित जनजातीय ग्रामों को क्लस्टर के रूप में विभाजित कर, गांव-गांव जाकर विकास शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस अभियान के प्रथम दिन से ही ग्राम पंचायत क्लस्टरों में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जहां ग्रामीणों की उल्लेखनीय सहभागिता देखने को मिल रही है। आदिवासी समुदाय सहित सभी ग्रामीणों ने सरकार की योजनाओं के प्रति गहरी जिज्ञासा एवं उत्साह दिखाते हुए आयोजित हो रहे शिविरों में सकारात्मक उपस्थिति दर्ज कराई है। इन शिविरों के माध्यम से केंद्र सरकार के 17 मंत्रालयों की 25 प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन को दी जा रही है तथा पात्र लाभार्थियों को तत्काल लाभ भी प्रदान किया जा रहा है।
प्रचार रथ रवाना
कोरिया जिले में धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान को और गति प्रदान करने तथा प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक इस अभियान की पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से जिले में निरंतर प्रचार प्रसार जारी है। इसी कड़ी में आज जिला मुख्यालय में संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर से चार प्रचार वाहनों को रवाना किया गया। यह सभी रथ अलग अलग रूट में चलते हुए प्रत्येक हाट बाजारों में अभियान की पहुंच सुनिश्चित करेंगे। साथ ही शिविर आयोजन के पूर्व उस क्लस्टर में शामिल प्रत्येक गांव में निरंतर प्रचार करेंगे। इन प्रचार वाहनों में विभागीय योजनाओं के होर्डिंग और साउण्ड सिस्टम लगाया गया है। जिससे धरती आबा अभियान में शामिल होकर योजनाओं का लाभ लेने की अपील की जा रही है।
धरती आबा अभियान में शामिल योजनाएं –
जनजातीय उत्कर्ष अभियान के तहत जिन प्रमुख योजनाओं को शामिल किया गया है उनमें प्रमुख तौर पर – आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना, वृद्धावस्था/विधवा/दिव्यांग पेंशन योजनाएं, महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड, पीएम विश्वकर्मा योजना, मुद्रा लोन, एवं मातृ व शिशु स्वास्थ्य सेवाएं संबंधी योजनाओं को रखा गया है।
अभियान का मुख्य उद्देश्य
धरती आबा अभियान का मुख्य उद्देश्य कोरिया जिले के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में जनजातीय समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं और आजीविका के क्षेत्रों में सशक्त बनाना है, ताकि वे आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकें। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार और अभियान अंतर्गत आयोजित हो रहे शिविरों की सतत निगरानी की जा रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजनाओं का लाभ समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से पात्र जनों तक पहुंचे। शिविरों में विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि एवं फील्ड कर्मचारी सक्रिय रूप से सहभागी बनकर जनसेवा में तत्पर हैं। ग्रामीणों में इस अभियान को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है, जो सरकार और समाज के बीच विश्वास एवं सहभागिता को और अधिक मजबूत कर रहा है।
कलेक्टर कोरिया
श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान“ जनजातीय क्षेत्रों के विकास की दिशा में एक सार्थक अभिनव पहल आरंभ की गई है, यह समग्र विकास की अवधारणा को सामाजिक समरसता और समावेशी रूप से अंतिम व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने का सशक्त माध्यम भी बनता जा रहा है। सभी जनजातीय बंधुओं से आग्रह है कि वह अपने गांवों में आयोजित हो रहे धरती आबा शिविरों में आएं और अपनी पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ लें।