श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में शुरू होगा कोरियन लैंग्वेज प्रोग्राम

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
इंडो कोरियन बिजनेस क्लचरल सेंटर के प्रतिनिधिमंडल ने की कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार के साथ बैठक।
विद्यार्थियों के साथ-साथ वर्किंग प्रोफेशनल भी सीख सकेंगे कोरियन लैंग्वेज।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में इस वर्ष में कोरियन लैंग्वेज प्रोग्राम शुरू होगा। यह कोर्स विद्यार्थियों के साथ-साथ वर्किंग प्रोफेशनल भी कर सकेंगे। इस संबंध में शुक्रवार को इंडो कोरियन बिजनेस क्लचरल सेंटर (आईकेबीसीसी) के प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने प्रोग्राम शुरू करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। यह कोर्स इंडस्ट्री और कॉरपोरेट के लिहाज से काफी महत्वाकांक्षी साबित होगा।
आईकेबीसीसी की संस्थापक अध्यक्ष जेना चुंग और प्रबंध निदेशक आई के सिन्हा ने कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार के साथ बैठक में कोरियन लैंग्वेज के स्कोप और रोजगार की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 में भाषाओं के वैविध्य को आत्मसात करने का प्रावधान किया गया है। कोरियन भाषा का रोजगार के लिहाज से काफी महत्व है। यह कोर्स करने के बाद विद्यार्थी न केवल भारत में स्थित कोरियन कंपनियों में काम कर सकेंगे, बल्कि दक्षिण कोरिया में भी उनके लिए दरवाजे खुल जाएंगे। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार के कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को जर्मनी और जापानी भाषा में पहले से प्रोग्राम करवा रहा है अब इसमें कोरियन भाषा भी जुड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और कॉरपोरेट से जुड़े वर्किंग प्रोफेशनल भी इस प्रोग्राम में दाखिला ले सकेंगे। प्रोग्राम को उसी हिसाब से डिजाइन किया जाएगा।
आईकेबीसीसी की संस्थापक अध्यक्ष जेना चुंग ने कहा कि कोरियन लैंग्वेज की पूरी दुनिया में मांग है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिल कर यह प्रोग्राम चलाया जाएगा। इससे स्किल्ड युवाओं को काफी फायदा होगा। स्किल डिपार्टमेंट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस के चेयरमैन डॉ. समर्थ सिंह ने कोरियन प्रतिनिधिमंडल का आभार ज्ञापित किया।
इंडो कोरियन बिजनेस क्लचरल सेंटर के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार।