गुरुकुल कुरुक्षेत्र में हुई आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा की महत्वपूर्ण बैठक

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
सभा के अत्तर्गत प्रदेश में संचालित शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रम और व्यवस्था सम्बन्धी अन्य सुधार कार्यों पर हुआ मंथन।
कुरुक्षेत्र, 27 जून : आर्य प्रतिनिधि सभा के अंतर्गत चलने वाले शिक्षण संस्थानों की मैनेजमेंट की एक विशेष बैठक आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र में हुई जिसमें कई अहम फैसले लिये गये। बैठक का शुभारंभ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के आभासी रूप से दिए गए उद्बोधन से हुआ ।उन्होंने संस्थाओं को अपना पुराना गौरव प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि चरित्र ईमानदारी और पारदर्शिता को अपनी संस्थाओं की पहचान बनाएं। बैठक को सम्बोधित करते हुए सभा के अंतरंग सदस्य डा० राजेन्द्र विद्यालंकार ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का दौर है, अभिभावक अपनो बच्चों को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना चाहते है, ऐसे में हमें स्कूलों में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ-साथ विद्यार्थियों हेतु कुछ अलग करने की जरूरत है। पुरानी बिल्डिंग की जगह नई इमारत, प्रयोगशालाएं हों, कंप्यूटर शिक्षा को बढ़ावा मिले। पाठ्यक्रम में आर्य समाज के सिद्धान्तों और ऋषि दयानन्द की शिक्षाओं को विशेष रूप से स्थान दें। जहाँ तक संभव हो आर्य समाज से जुड़े लोगों को ही शिक्षक व अन्य पदों पर रखा जाए ताकि पूरे संस्थान में बच्चों को शिक्षा के साथ- साथ पुरातन संस्कार और ऋषि दयानन्द के चिंतन से भी परिचित कराया जा सके।
सभा प्रधान देशबंधु आर्य ने कहा कि सभी स्कूलों में ड्रेस कोड पाठ्यक्रम और कार्य प्रणाली एक- सी हो ऐसा भी प्रयास किया जाए। बैठक में एक निगरानी कमेटी का भी गठन किया गया, जिसका अध्यक्ष सर्वसम्मति से जितेन्द्र छिकारा को नियुक्त किया गया।
बैठक में आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान देशबंधु आर्य, सभा के अंतरंग सदस्य डॉ राजेंद्र विद्यालंकार, रणदीप आर्य, गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक ब्रिगेडियर डॉ प्रवीण कुमार, रामनिवास आर्य सहित प्रतिनिधि सभा के अंतर्गत पूरे प्रान्त में चलने वाली आर्य शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।