मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हुआ पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन

पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से हुआ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का आगाज।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, सांसद नवीन जिंदल, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने ब्रह्मसरोवर पर किया गीता पूजन, गीता यज्ञ में डाली पूर्णाहुति।

सभी मेहमानों ने हरियाणा पैवेयिलन का भी किया विधिवत उदघाटन व अवलोकन। ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर 5 दिसंबर तक चलेगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव।

कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 24 नवंबर : मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गुंजायमान ध्वनि के बीच कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में पवित्र ग्रंथ गीता के पूजन की रस्म को अदा किया गया है।

पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन तथा गीता के श्लोकों के उच्चारण के बीच कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का आगाज हो चुका है। इस आगाज के साथ ही ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई। इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कुरुक्षेत्र लोकसक्षा क्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति भी डाली और ब्रह्मसरोवर का पूजन भी किया। इस हवन यज्ञ में शंखनाद की ध्वनि के बीच ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, सांसद नवीन जिंदल, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा का धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में पहुंचने पर सबसे पहले उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने स्वागत किया। इसके उपरांत सोमवार को ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में जैसे ही सभी मेहमानों आगमन हुआ, उसी समय मंत्रौच्चारण के बीच मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष तिजेंद्र सिंह गोल्डी, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने परम्परा अनुसार स्वागत किया। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपने- अपने प्रदेश की वेशभूषा में सुसज्जित होकर परंपरा अनुसार सभी मेहमानों और पर्यटकों का कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंचनें पर अभिनंदन किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र द्वारा श्लोकोंच्चारण के बीच पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का शुभारम्भ किया। इससे पहले सभी मेहमानों ने हरियाणा के पैवेलियन का उद्घाटन करने के उपरांत वहां के खान-पान, रहन-सहन, परिधानों को दर्शाने वाले स्टॉलों का अवलोकन भी किया। इसके पश्चात सभी मेहमानों ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों के साथ एक ग्रुप स्मृति चित्र भी करवाया। पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन व हवन यज्ञ में पूर्णाहुति से इन मेहमानों के गरिमामयी आगमन के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का शुभारम्भ हो गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डालने के बाद पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया गया। इसके बाद सभी मेहमानों में परंपरा अनुसार पवित्र ब्रह्मसरोवर का भी पूजन किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश और प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आध्यात्मिक, संस्कृति, ज्ञान एवं कला का दिव्य संगम हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा मिला। इस पावन धरा पर सरस्वती के तट पर ही वेद, उपनिषेदों और पुराणों की रचना हुई। इतना ही नहीं सम्राट हर्षवर्धन की वैभवशाली राजधानी थानेसर भी यहीं पर है। कुरुक्षेत्र की इसी महता को जानते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने इसे महाभारत युद्ध के लिए चुना था, यहीं पर अर्जुन को कर्मयोग का दिव्य संदेश दिया, जो आज भी मानव के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि गीता केवल दार्शनिक एवं आध्यात्मिक दृष्टिï से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसकी व्यावहारिक जीवन में भी उपयोगिता है। यह ज्ञान-विज्ञान का अनूठा उदाहरण है, यहीं कारण है कि गीता भारतीयों को ही नहीं बल्कि विदेशियों को भी प्रिय है। पिछले 9 वर्षों से महोत्सव को अपार सफलता और लोकप्रियता मिली, वर्ष 2019 में यह महोत्सव देश से बाहर मॉरीशस, लंदन, कनाडा, आस्ट्रेलिया व श्रीलंका आदि देशों में भी मनाया गया।
कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा इस महोत्सव में हर साल लाखों की संख्या में लोग शिरकत करते है और इस महोत्सव का आनंद लेते है। यह महोत्सव 5 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस महोत्सव को लेकर पूरे प्रदेश में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्य प्रदेश सहयोगी राज्य के रूप में शिरकत कर रहा है। इस महोत्सव में हर साल लाखों श्रद्धालु भाग लेते है। इन प्रयासों से पवित्र ग्रंथ की ख्याती और गीता महोत्सव की लोकप्रियता आज भी देश की सीमाओं को लांघ कर विश्व के कोने-कोने तक पहुंच रही है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गीता जयंती पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में सरस और शिल्प मेले का आगाज 15 नवंबर से हो चुका है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव की परंपरा का निर्वहन करते हुए हवन यज्ञ, गीता यज्ञ और ब्रह्मसरोवर के पूजन का कार्य किया गया। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है।
सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि इसी धरा पर 5163 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का अमर संदेश दिया था। यह पुण्य धरा मोक्ष की भूमि है। केवल यह इच्छा रखे कि मैं कुरुक्षेत्र में जाकर रहुंगा, तो उसकी इस इच्छा मात्र से ही मुक्ति हो जाती है। इस पवित्र ग्रंथ को सभी को अपने जीवन में शामिल करके इसका अनुसरण करना चाहिए और इस ग्रंथ के दिखाए मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाना चाहिए।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस महोत्सव में हर साल लाखों लोग आते है और इस महोत्सव की शिल्पकला, विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति और धार्मिक कार्यक्रमों का आनंद लेते है। उनकी विधानसभा में इस प्रकार के महोत्सव का आयोजन होना एक सौभाग्य की बात है। इस महोत्सव में शहर की तमाम सामाजिक व धार्मिक संस्थाए अपनी भागीदारी कर रही है। यह महोत्सव 5 दिसंबर तक चलेगा और सायंकालीन कार्यक्रमों का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे।
इस मौके पर उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, चेयरमैन जयसिंह पाल, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष तिजेंद्र पाल गोल्डी, भाजपा के वरिष्ठ नेता जय भगवान शर्मा डीडी, सुभाष कलसाना, केडीबी सीईओ पंकज सेतिया, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, शहीदी स्मारक के निदेशक कुलदीप सैनी, केडीबी सदस्य विजय नरुला, डा. एमके मोदगिल, कैप्टन अमरजीत सिंह, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, मेला प्राधिकरण के सदस्य डा. अवनीत वडैच, सौरभ चौधरी, सैनी समाज सभा के प्रधान गुरनाम सैनी, वाल्मीकि सभा से जगीर सिंह, बाजीगर सभा से धर्मचंद मच्छाल, रविंद्र सांगवान, सुशील राणा, डा. अलकेश मोदगिल, राजेश शांडिल्य, डा. संदीप छाबड़ा, रोशन बेदी, संजय चौधरी, धीरज वालिया, विनोद गर्ग, हरमेश सिंह, रामधारी शर्मा, युद्घिष्ठïर बहल, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।




