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ईवी के क्षेत्र में नवाचारों की आवश्यकता है : प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार

एसवीएसयू में ”ड्राइविंग द फ्यूचर” विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित।

पलवल (प्रमोद कौशिक) 19 दिसंबर : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल डेवलपमेंट के क्षेत्र में नवाचारों की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में नवाचार एक नई क्रांति का सूत्रपात कर सकते हैं। वह “ड्राइविंग द फ्यूचर” विषय पर आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में मुख्यतिथि के रूप में बोल रहे थे। यह प्रोग्राम स्किल डिपार्टमेंट ऑफ ऑटोमोटिव स्टडीज और स्किल डिपार्टमेंट ऑफ ग्रीन टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने प्रायोजित किया। इस कार्यक्रम में देश भर से 200 से भी ज़्यादा प्रतिभागियों ने ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया।
कुलगुरु प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार ने सभी प्रतिभागियों से ईवी के क्षेत्र में और अधिक रचनात्मक प्रयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पारंपरिक ईंधन पर निर्भरता को न्यूनतम किया जाए। ईवी वर्तमान की आवश्यकता और भविष्य की मांग है।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह ने सर्च-ड्रिवन लर्निंग, एडवांस्ड सिमुलेशंस और इंटरडिसिप्लिनरी सहयोग के महत्व को रेखांकित किया। उद्घाटन समारोह को अधिष्ठाता प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़, ग्रीन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सुनील कुमार गर्ग ने संबोधित किया और विषय पर प्रकाश डाला। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की सह- समन्वयक डॉ. प्रीति ने सभा का स्वागत किया और थीम की प्रस्तुति की। उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, सस्टेनेबल एनर्जी सिस्टम्स और सिमुलेशन-आधारित लर्निंग के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। स्किल डिपार्टमेंट ऑफ ऑटोमोटिव स्टडीज के चेयरपर्सन तथा एफडीपी के समन्वयक डॉ. संजय सिंह राठौर ने स्वागत संबोधन दिया और कार्यक्रम के उद्देश्यों, संरचना तथा अपेक्षित परिणामों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में कुल 13 तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया।

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