इन्वेस्टमेंट के नाम से मैसेज आए तो रहे सावधान, हो सकती है साइबर ठगी : नीतीश अग्रवाल

इन्वेस्टमेंट, इनकम टैक्स रिफंड के लिए बैंक खाता वेरीफाई करने का मैसेज आए तो हो जाए सावधान।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 19 जुलाई : आमजन को साईबर अपराधों और उनसे बचने के बारे में जागरूक करने के लिए पुलिस विभाग द्वारा प्रयास लगातार जारी है। पुलिस अलग-अलग तरीकों से आमजन को जागरूक करने में जुटी है। पुलिस ने इस विषय बारे अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। पुलिस विभाग द्वारा जहां शिक्षण संस्थानों में विधार्थियों को जागरूक कर रही है वहीं आम लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहें हैं।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र श्री नीतीश अग्रवाल ने कहा कि साईबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा हैफिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आजकल साइबर ठग इनकम टैक्स रिफंड के नाम से ठगी कर रहें हैं आमजन को इनसे सतर्क रहने की जरुरत है। इन्वेस्टमेंट के नाम पर, इनकम टैक्स रिफंड के लिए बैंक खाता वेरीफाई करने का मैसेज आए तो सावधान हो जाइये। साईबर ठगों द्वारा ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए इन्वेस्टमेंट के नाम पर, इनकम टैक्स रिफंड के नाम से भेजे जा रहे मैसेज। साईबर ठगों द्वारा भेजे गए किसी भी लिंक को ओपन ना करें ।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बदलते वक्त के साथ साईबर ठगों ने अपने पैंतरे भी बदले हैं। साईबर ठग कभी पेंसन स्कीम का लालच देते हैं, कभी फर्जी लोन एप्प के माध्यम से, कभी बिना आर्डर का पार्सल भेजकर तो कभी कॉल फॉरवर्डिंग करके और कभी किसी व्यक्ति की ई-मैल, व्यटसएप, फेसबुक आईडी को हैक करके शातिर उनको साईबर ठगी का शिकार बनाने से नहीं चुकते। ऐसे में आमजन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वह अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट व बैंकिंग एप्स को सुरक्षित लॉक करके रखें तथा अपनी निजी जानकारी को किसी भी व्यक्ति से सांझा करने से बचें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर जालसाजी से बचने का सबसे बेहतर तरीका जागरूक होना है। फिर भी अगर फ्राड हो जाये तो नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें। 1930 पर तुरन्त शिकायत करनें पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है।