मयंक फाउंडेशन ने दिल्ली पब्लिक स्कूल फिरोजपुर में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम किया आयोजित
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रम
(पंजाब)फिरोजपुर 13 जनवरी 2025{कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के उपलक्ष्य में, मयंक फाउंडेशन ने दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) फिरोजपुर के कर्मचारियों के लिए एक व्यापक सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सड़कों पर सुरक्षा और जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना था, जिसमें यातायात नियमों का पालन करने और हर समय सुरक्षा को प्राथमिकता देने के महत्व पर विशेष ध्यान दिया गया। इस संवादात्मक सत्र में सड़क सुरक्षा के प्रमुख पहलुओं को शामिल किया गया, जिसमें विचलित ड्राइविंग के खतरे, पैदल यात्री सुरक्षा और यातायात कानूनों का पालन करने का महत्व शामिल है। यह सत्र न केवल जानकारीपूर्ण था, बल्कि बहुत ही रोचक भी था, जिसमें कर्मचारियों ने चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया और समुदाय के भीतर सुरक्षित सड़क प्रथाओं को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
सत्र के दौरान एक बहुत ही भावनात्मक क्षण दीपक शर्मा के संबोधन से चिह्नित हुआ, जिन्होंने सात साल पहले अपने बेटे की घातक दुर्घटना की दुखद कहानी साझा की। श्री शर्मा की हार्दिक अपील ने मानव जीवन के अपूरणीय मूल्य को रेखांकित किया और सभी से सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में एक अन्य प्रमुख वक्ता राकेश कुमार ने वाहन चलाते समय हेलमेट और सीटबेल्ट पहनने जैसे बुनियादी सुरक्षा उपायों के महत्व पर जोर दिया। उनके संदेश ने दुर्घटनाओं को रोकने और जीवन बचाने में इन प्रथाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को पुष्ट किया।
कार्यक्रम का फोकस स्कूल के बस चालकों पर भी था, जिन्हें सड़क पर छात्रों की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। फिरोजपुर पुलिस के ट्रैफिक लेक्चरर लखवीर सिंह गिल ने सत्र के दौरान बहुमूल्य जानकारी दी, जिसमें सड़क सुरक्षा और बच्चों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में स्कूल ड्राइवरों की भूमिका पर विशेषज्ञ सलाह दी गई।
डीपीएस फिरोजपुर की प्रिंसिपल डॉ. लता तेजपाल ने आंखें खोलने वाले सत्र के संचालन के लिए मयंक फाउंडेशन टीम का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने सड़क सुरक्षा के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए फाउंडेशन की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि बच्चों और वयस्कों दोनों को शिक्षित करने में ऐसी पहल कितनी महत्वपूर्ण हैं। डॉ. तेजपाल ने टीम को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और इस बात पर प्रकाश डाला कि इस सत्र का स्कूल समुदाय पर स्थायी प्रभाव कैसे पड़ेगा। मयंक फाउंडेशन की पहल सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और स्थानीय समुदायों में सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इन प्रयासों के माध्यम से, फाउंडेशन सभी को यह याद दिलाना चाहता है कि सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसके लिए व्यक्तियों, समुदायों और अधिकारियों के सहयोग की आवश्यकता होती है।
इस अवसर पर डॉ.लता तेजपाल (स्कूल प्रमुख) सुश्री ममता ठक्कर कोरडीनेटर, चित्रा खंडका , शबदीप समरा व स्कूल स्टाफ़ व मयंक फ़ाउंडेशन की टीम उपस्थित रही।