थानेसर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण के टॉप टन शहरों की सूची में लाने का टारगेट : सुभाष सुधा

थानेसर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण के टॉप टन शहरों की सूची में लाने का टारगेट : सुभाष सुधा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
छाया – गोपाल दास।
पूर्व राज्यमंत्री ने 32 वार्डों के लिए गठित की कमेटिया।
वार्ड कमेटियां अपने अपने वार्ड को आमजन के सहयोग से करेंगी चमकाने का काम।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने वार्ड कमेटियों के सदस्यों के साथ सांझा किया मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के स्वच्छ थानेसर का सपना।
कुरुक्षेत्र 23 जनवरी : पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण के टॉप टेन की सूची में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस शहर को स्वच्छ बनाने का संकल्प और सपना मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा लिया गया है। इसलिए मुख्यमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि व आम नागरिक जन आंदोलन के रूप में लगा हुआ है।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा आज अपने निवास स्थान पर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए गठित की वार्ड कमेटियों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार शहर के सभी 32 वार्डों में कमेटी के गठन का कार्य शुरू किया और 25 से ज्यादा वार्डों में कमेटियों का गठन करके प्रशासन के पास भेज दी है और शेष वार्ड में भी कमेटी का गठन का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कमेटी के प्रतिनिधियों को स्वच्छ थानेसर बनाने की योजना पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार और प्रशासन की तरफ से तमाम संसाधन उपलब्ध करवाएं जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वार्ड कमेटी के सदस्य अपने वार्डो में होने वाले विकास कार्यों का खाका तैयार करेंगे। इस रिपोर्ट को प्रशासन के माध्यम से सभी विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा ताकि हर वार्ड का सामान रूप से विकास होने के साथ-साथ वार्ड को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। इस शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सभी नागरिकों को जागरूक होकर काम करना होगा। सभी नागरिक जब अपनी मानसिकता में बदलाव लाकर थानेसर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का प्रण लेेंगे तब थानेसर शहर भारत स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की श्रेणी में अव्वल नंबर पर पहुंच सकेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का विजन है कि थानेसर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाए ताकि देश विदेश से आने वाले पर्यटक धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र से स्वच्छता का संदेश लेकर जाए। उनकी इच्छा है कि शहर के प्रत्येक वार्ड में कमेटियों के सदस्य अपने आप में स्वच्छता के ब्रांड अंबेसडर बनकर काम करे। इस बार इस अभियान को आमजन का अभियान बनाकर चलना है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की प्रंशसा करते हुए कहा कि शहर में लगातार स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यों के सार्थक परिणाम नजर आने लगे है।
कुरुक्षेत्र का एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का ड्रीम प्रोजैक्ट बनकर हुआ तैयार : सुभाष सुधा
रेलवे विभाग से हरी झंडी मिलते ही किया जाएगा परियोजना का उदघाटन।
शहर के लोगों को जल्द मिलेगी 5 फाटकों के जाम से निजात।
प्रोजैैक्ट पर रेलवे विभाग के आंकडों के अनुसार खर्च होगा 371 करोड का बजट।
रेलवे विभाग की तरफ से भेजा गया है रिवाईजड बजट प्रस्ताव।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र का एलिवेटेड रेलवे ट्रैक व उनका ड्रीम प्रोजैक्ट बनकर तैयार हो गया है। इस बडी परियोजना का उदघाटन करने की फाइल तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद रेल मंत्रालय के पास भेजी गई है इसलिए रेल विभाग से हरी झंडी मिलते ही इस परियोजना का उदघाटन कर दिया जाएगा। इस एलिवेटेड रेलवे ट्रैक पर रेलवे विभाग की तरफ से ट्रायल रन भी किया जा चुका है। इस परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ-साथ रेल विभाग मंत्रालय के कुरुक्षेत्र के नागरिक सदैव आभारी रहेंगे।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा आज अपने निवास स्थान पर समाजसेवी संस्थाओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने लोगों की समस्या का समाधान करने के उपरांत कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार के संयुक्त तत्वाधान में एचआरआईडीसी द्वारा कुरुक्षेत्र शहर में एक एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का निर्माण किया गया है। इस 5.875 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड ट्रैक का उद्देश्य। कुरुक्षेत्र-नरवाना लाइन पर निर्बाध रेल परिवहन संचालन सुनिश्चित करने के लिए पांच लेवल क्रॉसिंग को समाप्त करके कुरुक्षेत्र शहर में भीड़भाड़ को कम करना है। यह परियोजना पूरी हो चुकी है और इस परियोजना का केवल उदघाटन होना शेष रह गया है। हालाकि थानेसर छोटे रेलवे स्टेशन पर ट्रैक के साथ जोडने के लिए नए स्टेशन को बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग की तरफ से इस प्रोजैक्ट की अनुमानित लागत को रिवाईज किया गया है। जब इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया था उस समय इस प्रोजैक्ट के लिए अनुमानित राशि 225 करोड रुपए तय की गई थी। इसमें से 100 करोड केंद्रीय सरकार और 125 करोड प्रदेश सरकार की तरफ से वहन किया जाना था। अब इस प्रोजैक्ट की अनुमानित लागत करीब 371 करोड रुपए होने का प्रस्ताव तैयार किया गया है इस प्रस्ताव को अनुमति के लिए विभाग के पास भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग के अनुसार इस प्रोजैक्ट का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है और ट्रायल रन भी हो चुका है। इस परियोजना का उदघाटन करने की फाईल केंद्रीय रेल मंत्रालय के पास भेजी जा चुकी है। इस मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही योजना का उदघाटन कर दिया जाएगा।