पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर महोत्सव के दौरान होगा शिल्पकला और संस्कृति का अनूठा संगम : धुमन सिंह
पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर महोत्सव के दौरान होगा शिल्पकला और संस्कृति का अनूठा संगम : धुमन सिंह।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव में प्रसिद्घ सूफी गायक कंवर ग्रेवाल और लोक कलाकार गजेन्द्र फौगाट की होगी प्रस्तुति।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आदि बद्री से करेंगे महोत्सव का शुभारंभ।
लुप्त हो रही विरासत को सहेजने का काम करेगा हरियाणा पवेलियन।सरस्वती तीर्थ स्थल पर 29 जनवरी से 2 फरवरी तक होंगे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम।
सरस्वती तीर्थ के तट पर रोजाना होगी भजन संध्या, विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक जुड़ेंगे सरस्वती सेमिनार के साथ।
स्वच्छता पर रहेगा फोकस, हरियाणा के हर जिले से सरस मेले में पहुंचेंगे शिल्पकार, 4 फरवरी तक चलेगा सरस मेला।
कुरुक्षेत्र 27 जनवरी : हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान प्रदेश की शिल्पकला और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। इस वर्ष प्रदेश सरकार की तरफ से पहली बार महोत्सव का आयोजन 7 दिवसीय होगा। इसमें 29 जनवरी से 2 फरवरी तक मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे तथा 29 जनवरी से 4 फरवरी तक तीर्थ स्थल पर सरस मेले का आयोजन किया जाएगा। अहम पहलू यह है कि तीर्थ स्थल पर पहली बार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सहयोग से हरियाणा पैवलियन भी बनाया जा रहा है।
बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में सरस्वती महोत्सव को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से इस वर्ष महोत्सव पर आदि बद्री से लेकर रन आफ कच्छ तक सरस्वती नदी के मार्ग पर आने वाले सभी ऐतिहासिक तीर्थों पर कार्यक्रमों का आयोजन 29 जनवरी से लेकर 2 फरवरी तक किया जाएगा, हालांकि पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर सरस मेला 4 फरवरी तक चलेगा। इस सरस मेले में हरियाणा के हर जिले में डीआरडीए के माध्यम से सैल्फ हैल्प ग्रुप के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इस सरस मेले में लगभग 100 स्टॉल लगाए जाएंगे। इसके अलावा विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए जाएंगे तथा फूड स्टॉल भी स्थापित होंगे।
उन्होंने कहा कि पिहोवा तीर्थ स्थल पर सरस्वती के हर पहलु को लेकर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में दूर दराज से आने वाले लोगों को सरस्वती नदी के 5 हजार साल के इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा नगाड़ा, बीन पार्टी, चित्रकला महोत्सव को यादगार बनाने में अपना अहम योगदान देंगे। इस महोत्सव के लिए सभी विधायकों, मंत्रीगणों और गणमान्य लोगों को निमंत्रण भी भेजे जा रहे है। इस मौके पर एडीसी सोनू भट्ट, एसडीएम अमन कुमार, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा, भाजपा के वरिष्ठ नेता जयभगवान शर्मा डीडी,भाजपा नेता रामपाल पाली, सरस्वती बोर्ड के अधीक्षण अभियंता अरविंद शर्मा, कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आदि ब्रदी से करेंगे महोत्सव का शुभारंभ
बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का आगाज आदि बद्री उद्गम स्थल से होगा। इस महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 29 जनवरी को सुबह 10 बजे करेेंगे और 29 जनवरी को ही पिहोवा में सरस्वती तीर्थ पर सरस मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा। पिहोवा में इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती व भाजपा के वरिष्ठ नेता जयभगवान शर्मा डीडी होंगे, 30 जनवरी को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण व सांसद नवीन जिंदल करेंगे, 1 फरवरी को सरस्वती पृथुदक तीर्थ पर सुबह 11 बजे शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, जींद के बिंदु सरतीर्थ हंस डहर में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, इसी दिन सरस्वती नगर धाम यमुनानगर के कार्यक्रम में यमुनानगर जिप चेयरमैन रमेश कुमार ठसका, कैथल के पोलड एवं पिसोल तीर्थ के कार्यक्रम में पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों के समापन पर पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर सुबह 11 बजे केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल व सायं के समय दीप दान कार्यक्रम में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के साथ-साथ राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा पहुंचेगी।
लुप्त हो रही विरासत को सहेजने का काम करेगा हरियाणा पैवलियन
बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती महोत्सव में पहली बार पिहोवा तीर्थ पर लुप्त हो रही विरासत को सहेजने के लिए हरियाणा पवेलियन स्थापित किया जाएगा। इस पवेलियन को स्थापित करने की जिम्मेवारी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को सौंपी गई है। इस पैवेलियन में हरियाणा की ग्रामीण संस्कृति और संस्कारों को सहजता से देखा जा सकेगा।
सरस्वती तीर्थ स्थल पर 29 जनवरी से 2 फरवरी तक होंगे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती महोत्सव में तीर्थ स्थल पर मुख्य सांस्कृतिक मंच सजाया जाएगा। इस मंच के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है। इस मंच पर सुबह के समय रोजाना 29 जनवरी से 2 फरवरी तक स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इसके अलावा सायं कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 29 जनवरी को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, 30 जनवरी को एनजैडसीसी की तरफ से प्रसिद्ध सूफी गायक कंवर ग्रेवाल, 31 जनवरी को कला एवं सांस्कृतिक विभाग की तरफ से प्रसिद्ध गायक रमेश जीवनपुरिया, 1 फरवरी को मेरे यार सुदामा की गायिका विधि देशवाल और 2 फरवरी को हरियाणा के प्रसिद्ध लोक कलाकार गजेन्द्र फोगाट की प्रस्तुति होगी।
सरस्वती तीर्थ के तट पर रोजाना होगी भजन संध्या।
बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती महोत्सव में पहली बार भजन संध्या की प्रस्तुति होगी। इसमें 29 व 30 जनवरी को संगीत विभाग से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डा. शुचि स्मिता, 31 जनवरी को डा. सुप्रिया, 1 फरवरी को डा. सर्वजीत और 2 फरवरी को पिहोवा के स्थानीय लोक कलाकार भजन संध्या की प्रस्तुति देंगे।
विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक जुड़ेंगे सरस्वती सेमिनार के साथ।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सेनिटहाल में 30 जनवरी से 1 फरवरी तक सरस्वती नदी पर एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस सेमिनार में जहां देश भर के शोधकर्ता और वैज्ञानिक पहुंचेंगे वहीं सरस्वती पर शोध करने वाले विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक पहुंचेंगे या ऑनलाइन प्रणाली के साथ जुड़ेंगे।
स्वच्छता पर रहेगा फोकस।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि सरस्वती तीर्थ पर शहर की समाजसेवी और धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से पिछले कई दिनों से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन कर्मचारियों के माध्यम से संस्थाओं के प्रतिनिधि निरंतर सफाई अभियान चला रहे है। सभी से अनुरोध किया जा रहा है कि महोत्सव को पॉलिथीन मुक्त बनाने का प्रयास किया जाए और प्लास्टिक के प्रयोग से बचा जाए।