नव संवत्सर की पहली पूर्णिमा पर होगी भगवान श्री राम भक्त हनुमान की पूजा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
चैत्र पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की पूजा विधि पूर्वक करने से होता है विशेष लाभ : महंत जगन्नाथ।
कुरुक्षेत्र, 9 अप्रैल : भारतीय धर्म संस्कृति में प्रत्येक त्यौहार अपने आप में विशेष होता है। अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि इस बार चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को है। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम के प्रिय भक्त हनुमान का जन्म हुआ था। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि पूर्वक करने से भी विशेष लाभ होता है। उन्होंने बताया कि चैत्र पूर्णिमा को नव संवत्सर की पहली पूर्णिमा माना जाता है। इस दिन को हनुमान जयंती मनाने की भी परंपरा होती है। महंत जगन्नाथ पुरी के अनुसार इसी दिन माता अंजनी से वीर हनुमान जी का जन्म हुआ था। वीर हनुमान की पूजा करने से बल एवं साहस मिलता है। इसी दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का भी विशेष महत्व होता है। ऐसे में यदि घर में सत्यनारायण स्वामी की विधिपूर्वक पूजा करवाई जाए तो विशेष फल मिलता है और सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि इस दिन पवित्र तीर्थों एवं सरोवर में स्नान करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। गरीब-निर्धनों को दान इत्यादि करने से स्वर्ग पुण्य की प्राप्ति होती है तथा जीवन में सुख समृद्धि मिलती है।
महंत जगन्नाथ पुरी श्री हनुमान जी प्रतिमा के समक्ष।