शहर के करदाताओं को राहत… मिलेगी 10 फीसदी की छूट, नगर निगम कार्यकारिणी में हुए कई अहम फैसले

शहर के करदाताओं को राहत… मिलेगी 10 फीसदी की छूट, नगर निगम कार्यकारिणी में हुए कई अहम फैसले
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : नगर निगम कार्यकारिणी ने शहरी क्षेत्र के करदाताओं को राहत देते हुए अप्रैल, मई, जून माह में कर जमा करने वालों को 10 प्रतिशत की छूट देने का निर्णय लिया है।
अगर बीते साल के गृह कर पर आपत्ति है। बिल में त्रुटियां हैं। आप चाहते हैं कि कर का निर्धारण सही तरीके से हो जाए तो स्वकर निर्धारण का फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं। नगर निगम कार्यकारिणी समिति बैठक में सोमवार को इसकी मंजूरी दी गई। समिति ने स्वकर निर्धारण के लिए करदाताओं को तीन महीने का समय देने का निर्णय लिया गया। अप्रैल तो बीत गया लेकिन मई और जून में स्वकर निर्धारण का फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं।
महापौर उमेश गौतम की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक 11 से 12.30 बजे तक चली। उप सभापति सर्वेश रस्तोगी के प्रस्ताव पर चालू वित्तीय वर्ष का कर जमा करने वालों के लिए छूट को मंजूरी दी गई। अप्रैल, मई, जून में कर जमा करने वालों के लिए 10, जुलाई, अगस्त, सितंबर में 7.5 और अक्तूबर, नवंबर, दिसंबर में पांच फीसदी छूट चालू वित्तीय वर्ष के टैक्स को जमा करने पर मिलेगी।
अगर कोई करदाता संपत्ति कर ऑनलाइन जमा करेगा तो उसे एक फीसदी की अतिरिक्त छूट मिलेगी। बैठक में बिलों की त्रुटियों पर महापौर उमेश गौतम ने कहा कि बांके बिहारी मंदिर की ओर से दस लाख रुपये टैक्स जमा किया लेकिन मंदिर समिति का बिल अब तक संशोधित नहीं किया गया। सीटीओ प्रदीप कुमार मिश्रा ने कहा कि मंदिर समिति की आपत्ति पर बिल का पुनरीक्षण करेंगे।
कार्यकारिणी के सदस्य पार्षदों ने कहा कि बकाया की फाइलों पर बाबू राज हावी है। मामले निस्तारित होने में वक्त लगता है। महापौर बोले, अगर कर विभाग के पास कर्मचारी कम हैं। आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखिए लेकिन बकाया की फाइलों में त्रुटियों का निस्तारण तत्काल कराएं।
बैठक में बताया गया कि 150 कर्मचारी साल भर में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इनके स्थान पर नई भर्ती नहीं हुई। इस पर पांच और वार्डों की सफाई व्यवस्था ठेके पर कराने का प्रस्ताव आया। सदस्यों ने सहमति दी तो नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि खर्चे का आकलन करने के बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया जाए। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने सदस्यों ओर से उठाए गए मुद्दों पर कार्रवाई के निर्देश अधीनस्थों को दिए।
मेरठ की तर्ज पर बरेली में भी एक देश एक चुनाव के पक्ष में नगर निगम की कार्यकारिणी समिति ने प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव उप सभापति सर्वेश रस्तोगी ने रखा। नरेंद्र कुमार समेत अधिकतर पार्षदों ने ध्वनिमत से समर्थन किया। सदस्य सलीम अहमद न पक्ष में बोले न विपक्ष में बयान दिया। इस प्रस्ताव पर चुप रहे। सदस्य उमान खान बैठक में शामिल ही नहीं हुए। सदस्यों में गरिमा कमांडो, सागर मौर्य, सलीम अहमद, सौरभ कुमार, हरीशंकर, संतोष, अंजुल, रितिका किशोर, ने भाग लिया।
यह प्रस्ताव हुए पारित : बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के 697 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित बजट का अनुमोदन, तालाबों, पार्किंग और मंडियों की सार्वजनिक नीलामी के प्रस्तावों को मंजूरी, दिवंगत पार्षद रविशंकर मल्होत्रा के नाम पर होगा उनके घर के मार्ग का नामकरण, दिवंगत पार्षद ओमप्रकाश आर्य के नाम पर बड़ी वमनपुरी में उनके घर के मार्ग का नामकरण होगा, महादेव सेतु के दोनों ओर नगर निगम शिलापट लगवाएगा, प्रत्येक वार्ड में निर्माण कार्यों पर पार्षदों के नाम से साथ शिलालेख लगेंगे।
कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि वर्षों से एक ही पटल पर बाबू तैनात हैं। कब हटेंगे। इस सवाल के साथ सदस्यों ने अधिकारियों से कहा कि पटल परिवर्तन का प्रस्ताव सदन से लेकर नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में उठ चुका है लेकिन अभी तक अमल नहीं हो सका। अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव ने जवा दिया। बोले- कई बाबुओं के पटल परिवर्तन हो चुके हैं जो रह गए हैं उनके भी किए जाएंगे। इस विषय में विभागाध्यक्षों से रिपोर्ट ली जाएगी।