श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में स्वर्णप्राशन संस्कार शिविर आयोजित

352 बच्चों को पिलाई, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का आयुर्वेदिक प्रयास।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 25 जुलाई : श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान के मार्गदर्शन में आयुर्वेद अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान (अस्पताल) में शुकव्रार को स्वर्णप्राशन शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 352 बच्चों को स्वर्णप्राशन की अमूल्य बूंदें पिलाईं गई। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. वैद्य शम्भू दयाल शर्मा, प्रो. अमित कटारिया, डॉ. सुधीर मलिक एवं उनकी टीम मौजूद रही। शिविर का मुख्य उद्देश्य बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली, स्मरण शक्ति, बुद्धि एवं सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करना रहा।
इस अवसर पर वैद्य शम्भू दयाल शर्मा ने बताया कि स्वर्णप्राशन न केवल एक परंपरा है, बल्कि यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जो बच्चों की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। इसका नियमित सेवन बच्चों को स्वस्थ, तेजस्वी एवं बुद्धिमान बनाता है।
प्रो.अमित कटारिया ने बताया कि आजकल की जीवनशैली और खानपान में गिरावट के कारण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है। स्वर्णप्राशन उन्हें न सिर्फ बीमारियों से बचाता है,बल्कि मानसिक विकास में भी सहायक है।
डॉ. सुधीर मलिक ने बताया कि स्वर्णप्राशन में शुद्ध सुवर्ण भस्म, गाय का घृत, मधु एवं बुद्धिवर्धक औषधियों का संयोजन किया जाता है। इसका सेवन पुष्य नक्षत्र में करवाने पर ज्यादा प्रभावशाली होता है।
प्रो. वैद्य शम्भू दयाल शर्मा ने बताया हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक बच्चे इस आयुर्वेदिक संजीवनी से लाभान्वित हों और आधुनिक दौर की चुनौतियों का सामना एक स्वस्थ शरीर और सशक्त मस्तिष्क से कर सकें। स्वर्णप्राशन न केवल बार-बार बीमार पड़ने वाले बच्चों के लिए लाभकारी माना गया है, बल्कि यह बाल्यावस्था में दी गई एक ऐसी सुरक्षा है जो जीवन भर काम आती है। स्नातकोत्तर कौमार भृत्य विभाग के अध्येता डॉ. अमन, डॉ. अल्का शर्मा, डॉ. विशाल, डॉ. किरण , डॉ. पंकज व डॉ. प्राची ने शारीरिक माप व स्वर्ण प्राशन में पूर्ण सहयोग किया।
21 अगस्त को लगेगा शिविर।
आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो.वैद्य राजेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि अभिभावकों व बालकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो व शिविर सुचारू ढंग से आयोजित होने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देकर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई। अगला शिविर 21 अगस्त को आयोजित किया जाएगा।