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चारधाम यात्रा: 185 दिन चलने वाली यात्रा में पग पग पर चुनौतियां सरकारी सिस्टम का व्यवस्थाओं का इम्तिहान लेगी

चारधाम यात्रा: 185 दिन चलने वाली यात्रा में पग पग पर चुनौतियां सरकारी सिस्टम का व्यवस्थाओं का इम्तिहान लेगी,

सागर मलिक

सरकार का दावा पुख्ता किए है इंतजाम

चारधाम यात्रा प्रदेश की अर्थव्यवस्था के साथ रोजगार से जुड़ी है। यात्रा को सुगम, सुरक्षित व व्यवस्थित बनाने के लिए बीते वर्ष चारधाम के कपाट बंद होने के बाद से प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी थी।

अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा का आगाज होगा। लेकिन 185 दिन तक चलने वाली यात्रा में पग-पग पर चुनौतियां सरकारी सिस्टम का व्यवस्थाओं का इम्तिहान लेगी। बीते वर्ष यात्रा में सामने आई चुनौतियों से सीख लेकर इस बार सरकार ने स्वास्थ्य, यातायात जाम, भीड़ प्रबंधन, आपदा से निपटने के लिए बेहतर इंतजाम करने का दावा किया।

चारधाम यात्रा प्रदेश की अर्थव्यवस्था के साथ रोजगार से जुड़ी है। यात्रा को सुगम, सुरक्षित व व्यवस्थित बनाने के लिए बीते वर्ष चारधाम के कपाट बंद होने के बाद से प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी थी। पिछली यात्रा के दौरान धामों में भारी भीड़ उमड़ने, यात्रा मार्गों पर घंटों जाम लगने के साथ ही केदारघाटी में आपदा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। तीर्थ यात्रियों की भीड़ बढ़ने से कुछ दिनों के लिए पंजीकरण को भी रोकना पड़ा था।

इस बार चारधाम यात्रा के लिए अब तक 22.30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। इससे मई माह में चारधाम व हेमकुंड साहिब की यात्रा में आने के लिए 15 लाख ने पंजीकरण कराया है। भीड़ प्रबंधन के लिए यात्रा के शुरुआती एक माह में वीआईपी दर्शन की अनुमति नहीं होगी।

यातायात प्रबंधन के तीन चरण का प्लान
चारधाम यात्रा मार्ग को 15 सुपर जोन, 41 जोन और 217 सेक्टरों में बांटा गया है। पुलिस ने यात्रा मार्ग पर इस बार कुल 624 सीसीटीवी कैमरों को भी सक्रिय किया है। यात्रा मार्ग पर नौ एएसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों को अलग-अलग स्थानों पर कैंप करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही इस साल पहली बार 10 कंपनी अर्द्धसैनिक बलों की मांग भी केंद्र सरकार से की गई है। सबसे महत्वपूर्ण यातायात प्लान को लेकर बार बड़ी तैयारियों का दावा किया गया है। इस साल पहले से ही प्लान ए, बी और सी के आधार पर यातायात प्रबंधन किया जाएगा। इसके तहत विभिन्न मार्गों पर भीड़ और अत्यधिक भीड़ होने पर वैकल्पिक मार्गों को चिह्नित किया गया है। इन पर अधिकारियों और कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है।

50 वर्ष से अधिक आयु के हर यात्री की होगी स्वास्थ्य जांच
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ऑक्सीजन कमी, ठंड के कारण स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने यात्रा मार्गों पर व्यापक इंतजाम किए हैं। केदारनाथ धाम में 18 बेड का अस्पताल संचालित होगा। इसके अलावा 200 से अधिक डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को ड्यूटी पर तैनात किया गया। स्क्रीनिंग प्वाइंट पर 50 साल से अधिक आयु के तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की जाएगी। आपातकालीन सेवा के लिए 150 एंबुलेंस, हेली एंबुलेंस, बोट एंबुलेंस को तैनात किया गया।

केदारनाथ हेली टिकट की कालाबाजारी पर होगी सख्त कार्रवाई
चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा के टिकटों के लिए सबसे ज्यादा मारामारी रहती है। टिकटों की कालाबाजारी व फर्जीवाड़ा पर कड़ी निगरानी रहेगी। जिला प्रशासन, पुलिस, विजिलेंस के साथ उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण सिरसी, गुप्तकाशी व सिरसी हेलिपैड पर निगरानी की जाएगी।

चारधाम व हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए अब तक हुए पंजीकरण
केदारनाथ- 7,52,809
बदरीनाथ- 6,73,411
गंगोत्री- 3,97,980
यमुनोत्री- 3,65,583
हेमकुंड साहिब-41102

चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर 10 किलोमीटर पर पुलिस सेक्टर भी बनाए हैं, जहां पुलिस वॉकी-टॉकी से गश्त करेगी। श्रद्धालुओं की संख्या पर कोई रोक नहीं लगाई है। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के रजिस्ट्रेशन के लिए 25-30 मोबाइल टीमें बनाई गई हैं। प्रदेश सरकार ने सुगम, सुरक्षित व व्यवस्थित यात्रा के लिए सभी प्रबंधन किए हैं।
-विनय शंकर पांडेय, गढ़वाल आयुक्त

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