डिजिटल माध्यम से पहुंचेगा गीता का वैश्विक संदेश : प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा

16 देशों के 25 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि करेंगे गीता सेमिनार में सहभागिता
कुवि कुलपति ने किया ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता सम्मेलन 2025’ की वेबसाइट का शुभारंभ।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 23 अक्तूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने गुरुवार को 10वें अंतरराष्ट्रीय गीता सम्मेलन की आधिकारिक वेबसाइट का शुभारम्भ करते हुए कहा कि डिजिटल माध्यम से भी पूरे विश्व में गीता का वैश्विक संदेश पहुंचेगा। वहीं इस बार तीन दिवसीय 10वें ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता सम्मेलन 2025’ में 16 देशों के 25 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। इसके साथ ही देश-विदेश से ऑनलाइन माध्यम से भी विद्वतजन इस सम्मेलन का हिस्सा होंगे। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता ग्रंथ नैतिक कर्म, आध्यात्मिक विकास एवं सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करता है। वहीं विश्व में गीता का ज्ञान कर्तव्य-चेतना, आतंरिक शांति और सामूहिक सद्भाव के ढांचे को भी दृढ़ करता है। उन्होंने कहा कि गीता के मूल संदेश “स्वधर्म, कर्तव्यनिष्ठा, शांति और सद्भाव” को डिजिटल युग के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।
गीता के सार्वभौमिक और शाश्वत संदेश को विश्व पटल पर स्थापित करने के उद्देश्य से गीतोक्त स्वधर्मः कर्तव्यनिष्ठा, शान्ति और सद्भावना की प्रेरणा विषय पर 24 से 26 नवंबर को आयोजित होने वाले ‘10वे अंतर्राष्ट्रीय गीता सम्मेलन 2025’ की तैयारियों को गति देते हुए कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने आधिकारिक वेबसाइट का शुभारंभ किया।
गीता सेमिनार के निदेशक प्रो तेजेंद्र शर्मा ने बताया कि इस वेबसाइट का उद्देश्य सम्मेलन से संबंधित सभी जानकारियों को एक ही मंच पर सुलभ कराना है। उन्होंने बताया कि इस बार सेमिनार में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार का भी विशेष सहयोग रहेगा।
वेबसाइट पर सम्मेलन की थीम, अनुसंधान पत्र आमंत्रण, पंजीकरण प्रक्रिया, सत्रों की रूपरेखा, कार्यक्रम- सारिणी, मुख्य वक्ताओं की जानकारी और आयोजन से जुड़ी सभी नवीनतम सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी। साथ ही, वेबसाइट के माध्यम से देश-विदेश से विद्वान एवं प्रतिभागी ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे और अपने शोध पत्र अपलोड कर पाएंगे।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने बताया कि इस बार 16 देशों के 25 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि विशेष रूप से सेमिनार में सहभागिता करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने गीता जयंती महोत्सव को लोकप्रिय बनाने के लिए अहम सुझाव दिए।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय श्रीमद्भगवद् ‘गीतोक्त स्वधर्मः कर्तव्यनिष्ठा, शांति और सद्भावना की प्रेरणा’ रखा गया है। यह सम्मेलन गीता के दार्शनिक, नैतिक और सामाजिक आयामों पर गहन विमर्श का एक अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा।
इस अवसर पर कुवि कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, केयू डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. राकेश कुमार, केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, केडीबी सदस्य डॉ. संदीप छाबड़ा, निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह, प्रो. आरके देसवाल, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. वनीता ढींगरा, प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, उपनिदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।




