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वैश्विक स्तर पर सौहार्द के लिए ज्ञान और अनुभव को साझा करना जरूरी : हरविन्द्र कल्याण

वैश्विक स्तर पर सौहार्द के लिए ज्ञान और अनुभव को साझा करना जरूरी : हरविन्द्र कल्याण।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

विधान सभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह की मौजूदगी में 13 देशों का 27 सदस्यीय शिष्टमंडल का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू।

चंडीगढ़, 16 अप्रैल :
लोक सभा के बाद हरियाणा विधान सभा में बुधवार को 13 देशों के 27 सदस्यीय शिष्टमंडल का विधान प्रारूपण में 36वां अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण और मुख्यमंत्री नायब सिंह के साथ बैठक से हुई। इस अवसर पर विधायी प्रारूपण में परस्पर ज्ञान और तकनीकों के साझा करने पर जोर दिया गया। विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि विधायी कामकाज से जुड़े लोगों के लिए एक दूसरे से ज्ञान और अनुभव को साझा करने से वैश्विक स्तर पर सौहार्द बढ़ेगा और आपसी समन्वय से कानून का शासन सशक्त होगा। विश्व के सर्वांगीण विकास के लिए यह बेहद जरूरी है। इस अवसर पर कार्यक्रम निदेशक डॉ. के.एन. चतुर्वेदी और ग्रुप लीडर श्री अलेजेन्ड्रो निकोलस ने मुख्यमंत्री और विस अध्यक्ष को पुष्पगुच्छ देकर उनका सम्मान किया। मुख्यमंत्री और विस अध्यक्ष को विदेशी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न भी भेंट किए।
विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने विश्वास जताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों की दक्षता को बढ़ाएगा। इस दौरान उन्होंने हरियाणा विधान सभा में की जा रही सकारात्मक पहलों का भी जिक्र किया। संसदीय प्रणाली में सुधार के लिए यहां अनेक प्रयोग किए जा रहे हैं। विधायकों और कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। युवा संसदों का आयोजन, सर्वदलीय बैठकें, शून्य काल में सुधार, विधायकों को सार्वजनिक महत्व के मामलों को उठाने के लिए प्रोत्साहित करना और सदन में व्यवस्था बनाए रखना प्रमुख है। इस कार्यक्रम के साथ भी चार युवाओं को जोड़ा गया है।
उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इसमें शामिल सभी सदस्य कार्यपालिका तथा विधायिका के विधिक क्षेत्रों से महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ये प्रतिनिधि विधायी संस्थानों के प्रतिदिन के कामकाज में विधि-नियमों को बनाए रखने में प्रत्यक्ष रूप से सहयोग करते हैं। यह सुशासन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
हरियाणा विधान सभा में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए विस अध्यक्ष ने कहा कि यह अद्वितीय ‘विधान भवन’ कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के भवनों के मध्य स्थित है। विश्व धरोहर के रूप से विख्यात यह भवन अपने आप में अनूठा पर्यटन परिसर भी है। उन्होंने कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल को हरियाणा की अनूठी धरोहर से परिचित करवाने के लिए पवित्र ऐतिहासिक शहर कुरुक्षेत्र और कौरवों व पाण्डवों के गुरु द्रोणाचार्य द्वारा बसाए गए गुरुग्राम के दर्शन भी करवाए जाएंगे। ये दोनों शहर भारत की शानदार संस्कृति, दर्शन, धार्मिकता और विकास की अनुभूति करवाते हैं। मुख्यमंत्री ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसकी सराहना की।
इससे पूर्व केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधायी विभाग के पूर्व सचिव एवं इस कार्यक्रम के कार्यक्रम निदेशक डॉ. के.एन. चतुर्वेदी और ग्रुप लीडर अलेजेन्ड्रो निकोलस ने भी संबोधित किया।
चंडीगढ़ में बुधवार को विधान प्रारूपण के 36वें अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर आयोजित बैठक में विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, ग्रुप लीडर अलेजेन्ड्रो निकोलस और दूसरे प्रतिभागी।

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